इनबॉउंड और आउटबाउंड मार्केटिंग क्या है| इनबॉउंड मार्केटिंग और आउटबाउंड मार्केटिंग इन हिंदी
इनबाउंड मार्केटिंग और आउटबाउंड मार्केटिंग दो अलग-अलग मार्केटिंग प्रयासों के प्रकार हैं।
इनबाउंड मार्केटिंग एक ऐसी मार्केटिंग वर्चस्व है जिसमें कंपनी अपने लक्षित ग्राहकों को खींचने के लिए उचित, रुचिकर और उपयोगी सामग्री का उपयोग करती है। इसमें ब्लॉगिंग, सोशल मीडिया पोस्टिंग, ईमेल मार्केटिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO), सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM), कंटेंट मार्केटिंग, आदि शामिल होते हैं। इनबाउंड मार्केटिंग में मुख्य ध्यान उपभोक्ताओं को संबंधित और महत्वपूर्ण सामग्री प्रदान करने पर होता है, जिससे वे उन्हें आकर्षित करते हैं और संबंधित उत्पादों और सेवाओं के प्रति रुचि व्यक्त करते हैं।
आउटबाउंड मार्केटिंग, दूसरी तरफ, एक पारंपरिक मार्केटिंग तकनीक है जिसमें कंपनी सीधे अपने ग्राहकों तक अपने संदेश को पहुंचाती है। इसमें विज्ञापन, डायरेक्ट मेल, टेलीमार्केटिंग, टेलीविजन विज्ञापन, रेडियो विज्ञापन, फ्लेयर्स, बैनर विज्ञापन, आदि तकनीकें शामिल होती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य संदेश को लाभार्थियों तक पहुंचाना होता है और उन्हें उत्पाद या सेवा के प्रति रुचि व्यक्त करना होता है।
यद्यपि इनबाउंड और आउटबाउंड मार्केटिंग अलग-अलग होते हैं, लेकिन वास्तविकता में एक सफल मार्केटिंग रणनीति में दोनों का संयोजन किया जा सकता है। आच्छादित मार्केटिंग प्लान तैयार करते समय उचित मेशवर्द्धन एवं संयोजन आवश्यक हो सकता है ताकि कंपनी अपने लक्षित ग्राहकों को संदेश पहुंचाने के लिए सही उपाय अपना सके और रुचि पैदा कर सके।
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